कर्मनिष्ठा और निरंतर प्रयास से उच्च शिखर पर बढ़ती रहो! कर्मनिष्ठा और निरंतर प्रयास से उच्च शिखर पर बढ़ती रहो!
इसीलिए यह रचना समझने के लिए , स्वयं से प्रश्न की पुकार कर सत्य की पहचान करो। इसीलिए यह रचना समझने के लिए , स्वयं से प्रश्न की पुकार कर सत्य की पहचान करो।
सूचित किया -- " स्थानाभाव के कारण, आपकी रचना का सदुपयोग नहीं कर पा रहे हैं , इसीलिए , ... सूचित किया -- " स्थानाभाव के कारण, आपकी रचना का सदुपयोग नहीं कर पा रहे...
उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई. उसकी चाहत से उसकी जरूरत मै बन गई.
गुरु का कार्य भी सफल हो जाए, यदि सही शिष्य मिल जाए। गुरु का कार्य भी सफल हो जाए, यदि सही शिष्य मिल जाए।
गर नई पीढ़ी इसको अपनाये, तो बीमारियों को दूर भगाये। गर नई पीढ़ी इसको अपनाये, तो बीमारियों को दूर भगाये।